नए ज़माने के तौर तरीकों ने हमारी सेहत पर बेहद असर डाला है ,हमारी जीवनशैली बदल रही है, इस कारण हम अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होते जा रहे हैं , कोरोना काल के बाद से लोगों में तात्कालिक चेतना तो आयी थी लेकिन कुछ दिनों बाद ही हम लोग पुराने ढर्रे पर वापस आ गए ,तेजी से बदलती जीवन शैली में सेहत का अनुशासन बिगड़ गया है ,सबसे ज्यादा मामले पेट और न्यूरो के देखने में आ रहे हैं
7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है
अनियमित दिनचर्या से शुगर, हाई बीपी, हार्ट अटैक व किडनी संबंधित बीमारियां बढ़ रही है। हर साल हृदय संबंधी बीमारियों की वजह से लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है। ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि लोगों को इन बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाए विश्व स्वास्थ्य संगठन दुनिया भर के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाता है।
शराब ,बीड़ी सिगरेट और तम्बाकू ने किया बेहाल
भोजन में पोषक तत्वों का होना बेहद ज़रूरी है लेकिन लोग इन बातों की तरफ बिलकुल भी ध्यान नहीं देते है ,एक स्वस्थ मनुष्य को अपने भोजन में प्रोटीन ,विटमिन और मिनरल के जरूरत होती है. हम अगर प्रकृति को देखे तो हमें विभिन्न रंग रूप और स्वाद वाले फल सब्जी और अनाज खाने को मिलते हैं इनका स्वाद इनके खास पोषक तत्वों के कारण होता है जोकि खट्टा मीठा कडुआ तीखा कसैला होता है ये हमारी और यहाँ तक की ज़मीन की खेती के लिए भी आवश्यक है ,इसलिए हमें संतुलित आहार (अतिरिक्त फैट/ तेल/ मांस से बचें; हरी सब्जियां, फल, नट्स, मछली अपनी डाइट में शामिल करें) खाना चाहिए । धूम्रपान और शराब के अधिक सेवन से हमेशा परहेज करें , फास्ट फूड से दूर रहना चाहिए, बाहर बने खाद्य पदार्थों की अपेक्षा घर में बने खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता देना चाहिए।
नियमित रूप से रोज़ व्यायाम करें
अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर के स्तर और कोलेस्ट्रॉल को सामान्य रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें। वजन को मेनटेन रखने के लिए यह बेहद आवश्यक है। मोबाइल फ़ोन और कम्प्यूटर के प्रयोग पर नियंत्रण रखें ,पूरी नींद लेना ज़रूरी है योग को दिन चर्या में करें शामिल और किसी भी समस्या होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें