उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने परिक्षेत्र एवं जनपद प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कई बड़े फैसले किये हैं। इनमें धार्मिक कलह मचाने की फिराक में घूम रहे संदिग्ध लोगों , धार्मिक स्थलों पर नशा करने वाले नशेड़ियों और चारधाम यात्रा, आपदा प्रबंधन के सम्बन्ध से जुड़े कई बड़े और ज़रूरी दिशा-निर्देश दिए है। आपको क्रम से बताते हैं कि बड़े फैसलों में क्या है ख़ास –
1. मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार चारधाम यात्रा एवं कानून व्यवस्था के दृष्टिगत विगत 10 वर्षों से उत्तराखण्ड में कार्यरत एंव निवास कर रहे और रेड़ी/ठेली लगाने वालों तथा किरायदारों आदि का भौतिक सत्यापन कराए जाने के लिए 21 अप्रैल से 10 दिन का एक बड़ा अभियान चलाया जाएगा। अभियान के अन्तर्गत की गयी दैनिक सूचना पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराई जाएगी।
2. प्रदेश के तीर्थ स्थलों की मर्यादा और पर्यटक स्थलों पर स्वच्छता बनी रहे , इसके लिए 21 अप्रैल से पूरे प्रदेश में तीन महीने के लिए एक बार फिर “ऑपरेशन मर्यादा” विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस विशेष अभियान के अन्तर्गत तीर्थ स्थलों एवं गंगा किनारों पर हुड़दंग और मादक पदार्थों का सेवन करने वालों को तुरंत गिरफ्तार और पर्यटक स्थलों पर गंदगी करने वालों के विरूद्ध जुर्माने की कार्यवाही की जाएगी।
3. मानसून सीजन में बाढ़, भूस्खलन, जलभराव आदि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के चिन्हीकरण शीघ्र कर सम्भावित आपदा से निपटने के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ।
4. जंगलों में लगने वाली आग के सम्बन्ध में शरारती तत्वों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज़ करने का निर्देश दिया गया है वहीँ साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उन पर सतर्क निगरानी करने की हिदायत भी डीजीपी ने दे दी है। सोशल मीडिया पर भी निरंतर निगरानी रखी जाए। ऑपरेशन क्लीन स्वीप चलाये जाने के लिए भी प्रदेश के जनपद प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं।