Flash Story
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल
देहरादून :  मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल लिवर रोगों  को दूर करने में सबसे आगे 
जेल में बंद कैदियों से मिलने के लिए क्या हैं नियम
क्या आप जानते हैं किसने की थी अमरनाथ गुफा की खोज ?
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भारतीय वन सेवा के 2022 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को दी बधाई
आग में फंसे लोगों के लिये देवदूत बनी दून पुलिस
आगर आपको चाहिए बाइक और स्कूटर पर AC जैसी हवा तो पड़ ले यह खबर
रुद्रपुर : पार्ट टाइम जॉब के नाम पर युवती से एक लाख से ज्यादा की ठगी
देहरादून : दिपेश सिंह कैड़ा ने UPSC के लिए छोड़ दी थी नौकरी, तीसरे प्रयास में पूरा हुआ सपना

सावधान ! 16 लाख किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़ रहा है सौर तूफान

विज्ञान की दुनिया से आ रही ये खबर पूरे मानव समाज के लिए चेतावनी से कम नहीं है। एक प्रतिष्ठित वेबसाइट छपी खबर की माने तो शक्तिशाली सौर तूफान तेज गति से धरती की ओर बढ़ रहा है..बताया जा रहा है कि यह धरती से टकरा सकता है..इतना ही नहीं ये  तूफान करीब 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ बढ़ रहा है..शक्तिशाली सौर तूफान सूरज की सतह से पैदा हुआ एक शक्तिशाली तूफान है, जिसका धरती पर भारी प्रभाव पड़ सकता है..

स्पेस वेदर डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक, ये सौर तूफान सूरज के वायुमंडल में पैदा हुआ है, इसके कारण चुंबकीय क्षेत्र के प्रभुत्व वाला अंतरिक्ष का एक क्षेत्र काफी ज्यादा प्रभावित हो सकता है…..  इस तूफान के चलते वैज्ञानिकों को चेतावनी जारी की है..इसके तहत लोगों को जरूरी ना हो तो विमान यात्रा करने से बचने को कहा गया है, क्योंकि सैटेलाइट सिग्नलों में बाधा आ सकती है..विमानों की उड़ान, रेडियो सिग्नल, कम्यूनिकेशन और मौसम पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है..

जानिए कैसे पहुंचा सकता है नुकसान जानकारी के मुताबिक, इस सौर तूफान के कारण धरती का बाहरी वायुमंडल गर्म हो सकता है, जो सीधा सैटेलाइट्स को प्रभावित करेगा. इसका असर फोन के सिग्नल, सैटेलाइट वाले टीवी और जीपीएस नेविगेशन पर होगा, जिससे इनमें रुकावट आ सकती है वहीं, पावर लाइन में करंट आने का भी खतरा बना रहता है..ये भी ख़ास बात है कि धरती का चुंबकीय क्षेत्र इसके खिलाफ सुरक्षा कवच की तरह काम करता है, इसलिए ऐसा होने का संभावना ना के बराबर ही रहती है लेकिन दुनिया संभावनाओं पर ही टिकी हुयी है ऐसे में इस खबर को हल्के में नहीं टाला जा सकता है।

जानिए इससे पहले कब आया है सौर तूफान आपको बता दें कि इससे पहले साल 1989 में भी सौर तूफान की वजह से कनाडा के क्यूबेक शहर में 12 घंटे के लिए बिजली चली गई थी. उस दौरान लाखों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. वहीं, साल 1859 में जियो मैग्‍नेटिक तूफान आया था, जिसने यूरोप और अमेरिका में टेलिग्राफ नेटवर्क को तबाह कर दिया था…लेकिन इन संभावनाओं के बीच ज्यादातर एक्सपर्ट मानते हैं की इस संभावित खतरे से धरती को नुकसान होगा ऐसी संभावना बहुत कम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top